फिर से करना होगा पालकों (माताओं) का उन्मुखीकरण
पिछले शैक्षणिक सत्र में हमने विद्यार्थियों के माताओं का उन्मुखीकरण किया था। अब इस सत्र 2021-22 में भी पालकों का उन्मुखीकरण करना होगा।राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा जारी पत्र 13 जुलाई 2021 के अनुसार छोटी कक्षाओं के समस्त बच्चों को घर में रहकर सीखने में सहयोग हेतु पालकों का उन्मुखीकरण करने के संबंध में सभी जिला मिशन समन्वयक को पत्र जारी किया गया है।
लेना होगा बेसलाइन और एंडलाईन असेसमेंट
अंगना मा शिक्षा अंतर्गत माताओं को प्रशिक्षित करने के पश्चात वे अपने बच्चों को घर पर पढाएंगी।और बच्चों को न्यूनतम अपेक्षित बताएं प्राप्त करने में मदद करेंगी। इसके लिए पालक, पढ़ी-लिखी माता, शिक्षा सारथी, आंगनबाड़ी शिक्षिकाएं और शिक्षक का सहयोग लिया जाएगा।और फिर बेसलाइन और ऑनलाइन एसेसमेंट भी लिया जायेगा।
पिछले वर्ष चलाया गया था अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम
राज्य में गत वार्षिक महिला शिक्षिकाओं ने स्वस्थ स्फूर्त होकर छोटे बच्चों को घर पर रहकर सिखाने हेतु 'अंगना मा शिक्षा' कार्यक्रम का आयोजन किया था जो फील्ड में काफी सराहा गया और सभी ने इसे पसंद भी किया।गत वर्ष उपलब्ध बजट से शालाओं को पलकों के उन्मुखीकरण हेतु 21-21 संदर्शिकाओं का वितरण किए जाने हेतु जिलों को भेजा गया है। शाला प्रबंधन समिति एवं पालको विशेषकर छोटी कक्षाओं ( 5 से 8 वर्ष के) में पढ़ने वाले बच्चों की माताओं का एक उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। इस कार्यक्रम के आयोजन की जानकारी सामाजिक अंकेक्षण के माध्यम से एकत्रित की जाएगी।कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु विभिन्न स्तरों से निम्नलिखित कार्यक्रम किया जायेगा-
1.जिले के सभी प्राथमिक शालाओं में पालकों के उन्मुखीकरण के लिए वितरित संदर्शिका की 21-21 प्रतियां तत्काल उपलब्ध कराना है।
2.जिले स्तर पर महिला एवं बाल विकास विभाग से समन्वय कर इस कार्यक्रम में उनका सहयोग लेना है।
3.जिलों द्वारा चयनित 10-10 एवं विकास खंड स्तर पर भी 10-10 स्रोत व्यक्तियों को पलकों के उन्मुखीकरण एवं अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम से संबंधित सामग्री उपलब्ध कराते हुए स्व अध्ययन करते हुए सामग्री में किसी प्रकार की शंका हो तो उसे एकत्र कर जवाब तैयार करना।
4.कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न सामग्री पर बेहतर समझ हेतु राज्य स्तर से विभिन्न वीडियो का निर्माण एवं ग्रुप में साझा करना।
5.जिलों में शाला संकुल स्तर पर इस कार्यक्रम हेतु प्रत्यक्ष शाला संकुल से कम से कम 10-10 स्रोत व्यक्तियों का चयन कर उनका उन्मुखीकरण कार्यक्रम।
6.शाला संकुल स्तर पर चयनित 10-10 स्त्रोत व्यक्तियों द्वारा संकुल के प्रत्येक शाला में कार्यरत शिक्षकों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम।
7.शाला/समुदाय स्तर पर शाला प्रबंधन समिति/छोटी कक्षा में अध्ययनरत बच्चों के पालक विशेषकर माताओं/आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण एवं सामग्री वितरण।
8.घर पर रहते हुए बच्चों को सीखने हेतु माहौल एवं विभिन्न गतिविधियों का आयोजन एवं अभ्यास पुस्तिका पर कार्य प्रारंभ कर जारी करना।
9. कार्यक्रम की प्रभाविता देखने बेसलाइन एवं एंड लाइन का आयोजन करना।
उपरोक्त सभी कार्यक्रमों में निर्धारित स्रोत व्यक्तियों की उपस्थिति अनिवार्य करने के साथ-साथ अन्य स्रोत व्यक्तियों एवं हितग्राहियों को भी उपस्थित होने हेतु यूट्यूब लिंक उपलब्ध रहेंगे ताकि अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित की जा सके।
समय सारणी
विभिन्न स्तरों पर उन्मुखीकरण के लिए तिथियां इस प्रकार से निर्धारित की जाती है-
जिले एवं विकास खंड स्तर के स्रोत व्यक्ति "निपुण भारत + जिला" के नाम से एक पीएलसी बनाकर cgschool.in में पीएलसी में प्रशिक्षण के पूर्व अपना पंजीयन करवा लेंगे। यह पीएलसी जिले एवं विकास खंड में इस कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने,स्थानीय इनपुट्स देने एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन के दौरान कार्यक्रम की सफलता हेतु मानिटरिंग एवं अन्य व्यवस्थाएं लागू करने की दिशा में कार्य करेंगे।
उपरोक्त अनुसार पूरी गुणवत्ता के साथ अपने अपने जिले में इस कार्यक्रम को कोरोनावायरस लोका लोका पूरी कड़ाई से पालन करते हुए सफलतापूर्वक आयोजित करते हुए इस कार्यक्रम का लाभ 5 से 8 आयु वर्ग के सभी बच्चों को दिलवा ते हुए उनमें कम से कम निम्नलिखित दक्षता ए अनिवार्यता हासिल करवाया जाना सुनिश्चित करें:
(1) 5 आयु वर्ग के बच्चों के लिए अपेक्षित न्यूनतम दक्षताएं
a. अक्षरों एवं संगत ध्वनियों को पहचानना
b. कम से कम 2 अक्षरों वाले सरल शब्दों को पढ़ना
c. 10 तक के अंको को पहचानना और पढ़ना
d. एक क्रम में घटनाओं की संख्या /वस्तुओं /आकृतियों/ घटनाओं को व्यवस्थित करना
(2) 6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए अपेक्षित न्यूनतम दक्षताएं
A.आयु अनुरूप ऐसे अपरिचित वाक्यों को समाज के साथ पर सकना जिनमें चार पांच सरल शब्द हो।
B. 99 तक की संख्याएं पढ़ और लिख सकें।
C. सरल जोड़ एवं घटाव कर सके।
(3) 7 आयु वर्ग के बच्चों के लिए अपेक्षित न्यूनतम दक्षताएं
A. अर्थ समझ कर पढ़ सकें।
B. 45-60 शब्द प्रति मिनट की गति से पढ़ सकें।
C. 999 तक की संख्याओं को पढ़ और लिख सकें।
D. सरल जोड़ एवं घटाव कर सकें।
(4) 8 आयु वर्ग के बच्चों के लिए अपेक्षित न्यूनतम दक्षताएं
A. अर्थ समझ कर पढ़ सकें।
B. कम से कम 60 शब्द प्रति मिनट की गति से पढ़ सकें।
C. 9999 तक की संख्याओं को पढ़ और लिख सकें।
D. सरल गुणा की समस्याओं को हल कर सकें।
पलकों के उन्मुखीकरण के दौरान उपरोक्त बिंदुओं की जानकारी देते हुए इतना उनके बच्चों में अनिवार्यता आ जाए एवं इस हेतु वे स्वयं, अपने आसपास पढ़ी-लिखी माताओं, पालकों, शाला साथियों, आंगनबाड़ी शिक्षिकाओं,शिक्षकों का सहयोग लेकर इतनी दक्षताओं को शीघ्रताशीघ्र पूरी गुणवत्ता एवं समझ के साथ प्राप्त कर लेंगे। इस बाबत शपथ दिलवाया जा सकता है।
आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप इस कार्यक्रम के माध्यम से शुरुआती वर्षों में बच्चों के सीखने के स्तर पर आशातीत बदलाव दिखाने एवं लाने में सफल हो सकेंगे।
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